एक महिला, जिसने अपनी जुए की लत और छुट्टियों पर खर्च के लिए नेशनल डिसएबिलिटी इंश्योरेंस स्कीम (NDIS) से $1 मिलियन से अधिक की धोखाधड़ी की, को जेल की सजा सुनाई गई है।
41 वर्षीय तमारा गै बैरिज ने अपने मैजिक मेड पॉसिबल नामक क्लीनिंग व्यवसाय के तहत उन सेवाओं के लिए भुगतान का दावा किया जो कभी प्रदान ही नहीं की गई थीं। ग्राहकों की शिकायतों के बाद एनडीआईए (NDIA) की फ्रॉड फ्यूजन टास्कफोर्स ने मामले की जांच शुरू की और ऑस्ट्रेलियन फेडरल पुलिस के साथ मिलकर बैरिज के केलीविले स्थित घर पर छापा मारा।
कोर्ट का फैसला:
एनएसडब्ल्यू डिस्ट्रिक्ट कोर्ट ने पाया कि बैरिज ने 2018 से 2020 के बीच 13 एनडीआईएस प्रतिभागियों की योजनाओं के खिलाफ जानबूझकर 88 फर्जी भुगतान अनुरोध किए, जिनकी कुल राशि $1 मिलियन से अधिक थी।
उन्हें कुल तीन साल छह महीने की जेल की सजा सुनाई गई, जिसमें एक साल पांच महीने की गैर-जमानती अवधि शामिल है। इसके साथ ही कोर्ट ने उन्हें $442,977 की राशि कॉमनवेल्थ को वापस करने का आदेश भी दिया।
न्यायमूर्ति निकोल नोमान एससी ने अपने फैसले में कहा कि बैरिज ने मुकदमे की शुरुआत से चार दिन पहले दोष कबूल किया, जो पछतावे का नहीं बल्कि अपरिहार्यता को समझने का संकेत है।
उन्होंने कहा, "राशि की आंशिक वापसी कोई पश्चाताप नहीं दर्शाती, बल्कि यह उस अपराध को छिपाने की रणनीति थी।"
हालांकि, बैरिज ने मार्च में माफी पत्र लिखा जिसमें उन्होंने अपने व्यवहार को "स्वार्थी और गलत" बताते हुए कहा कि उन्हें अपनी गंभीर गलती पर घिन आती है, लेकिन जज ने इसे एक "लंबे समय तक सोच-समझकर की गई धोखाधड़ी" बताया।
निष्कर्ष:
तमारा गै बैरिज का मामला यह दर्शाता है कि एनडीआईएस जैसी कल्याणकारी योजनाओं के दुरुपयोग पर अब सख्त कार्रवाई की जा रही है। प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि ऐसी धोखाधड़ी करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा।