नई दिल्ली | 7 मई 2025 | संवाददाता:
पहलगाम में हुए हालिया आतंकी हमले के बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ अपनी नीति को और अधिक आक्रामक रूप देते हुए सोमवार देर रात ‘ऑपरेशन सिंदूर’ को अंजाम दिया। इस गुप्त और सटीक अभियान के तहत भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में स्थित कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक की।
सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन की शुरुआत रात करीब 1:30 बजे की गई। इस कार्रवाई में मिराज-2000 और सुखोई-30 एमकेआई जैसे एडवांस फाइटर जेट्स का इस्तेमाल किया गया। हमलों का मुख्य उद्देश्य आतंकी संगठनों के लॉन्चपैड्स, हथियारों के भंडार, और ट्रेनिंग कैंपों को पूरी तरह नेस्तनाबूद करना था।
भारतीय वायुसेना ने बहावलपुर, कोटली और मुजफ्फराबाद जैसे संवेदनशील क्षेत्रों को निशाना बनाया, जो लंबे समय से जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा जैसे आतंकी संगठनों के गढ़ माने जाते हैं।
PAK आर्मी की प्रतिक्रिया:
पाकिस्तानी सेना ने भारतीय कार्रवाई की पुष्टि करते हुए दावा किया कि छह अलग-अलग स्थानों पर कुल 24 हमले किए गए, जिनमें आठ लोगों की मौत हो गई और 33 अन्य घायल हुए हैं। पाकिस्तान ने इन हमलों को "आक्रामक सैन्य कार्रवाई" करार दिया है और अंतरराष्ट्रीय समुदाय से हस्तक्षेप की मांग की है।
भारत का रुख:
भारत सरकार की ओर से अभी तक आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, लेकिन रक्षा सूत्रों का कहना है कि यह ऑपरेशन पूरी तरह आतंकवाद के खिलाफ था और इसका उद्देश्य निर्दोष नागरिकों को नुकसान पहुंचाना नहीं था।
विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अब आतंकवाद के विरुद्ध "जीरो टॉलरेंस" की नीति पर कार्य कर रहा है और आतंकी गतिविधियों को सीमा पार सुरक्षित पनाहगाहों में नहीं पनपने देगा।
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा:
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच वैश्विक समुदाय की नजरें अब दक्षिण एशिया की स्थिति पर टिकी हैं। आने वाले दिनों में सुरक्षा परिषद और अन्य अंतरराष्ट्रीय मंचों पर इस विषय पर चर्चा की संभावना है।