फ्लेवर्ड वेप्स पर बैन का असर: कीमतें बढ़ीं, युवा ऑस्ट्रेलियाई फेंक रहे हैं गैरकानूनी वेप्स

फ्लेवर्ड वेप्स पर बैन का असर: कीमतें बढ़ीं, युवा ऑस्ट्रेलियाई फेंक रहे हैं गैरकानूनी वेप्स

सिडनी। ऑस्ट्रेलिया में गैरकानूनी और फल-सुगंधित वेप्स की कीमतों में अचानक हुई बढ़ोतरी के बाद, बड़ी संख्या में युवा इन्हें फेंकने पर मजबूर हो गए हैं। हाल ही में लागू हुए एक विश्व-प्रथम प्रतिबंध के चलते इन वेप्स की कीमतें 25 डॉलर से बढ़कर अब 50 से 60 डॉलर तक पहुंच गई हैं।

ये वेप्स मुख्यतः तंबाकू की दुकानों और स्थानीय जनरल स्टोर्स पर बेचे जाते थे। लेकिन अब नए कानून के तहत इनकी बिक्री अवैध घोषित कर दी गई है, जिसके बाद बाजार में इनकी उपलब्धता कम हो गई और दाम आसमान छूने लगे हैं।

विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम युवाओं में निकोटीन की लत को रोकने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, ऑस्ट्रेलिया में युवा वर्ग में वेपिंग की आदतें तेजी से बढ़ रही थीं, खासकर फ्लेवर युक्त वेप्स के कारण।

नए प्रतिबंध के बाद, बड़ी संख्या में युवा अब इन उत्पादों से दूरी बना रहे हैं। कुछ ने इन्हें फेंकना शुरू कर दिया है, जबकि अन्य सोशल मीडिया पर इस बदलाव की सराहना कर रहे हैं।

ऑस्ट्रेलियन मेडिकल एसोसिएशन ने सरकार के इस कदम का स्वागत करते हुए कहा है कि यह फैसला आने वाली पीढ़ियों के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए जरूरी था।

सरकार द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि वेपिंग पर सख्त नियंत्रण का उद्देश्य युवाओं को निकोटीन के दुष्प्रभावों से बचाना है, और साथ ही एक स्वस्थ भविष्य की ओर बढ़ना है।