डार्विन पोर्ट पर ट्रंप समर्थक अमेरिकी कंपनी की नजर, चीनी अरबपति से छिन सकता है स्वामित्व

डार्विन पोर्ट पर ट्रंप समर्थक अमेरिकी कंपनी की नजर, चीनी अरबपति से छिन सकता है स्वामित्व

सिडनी/वॉशिंगटन, 27 मई 2025:
डोनाल्ड ट्रंप से नजदीकी रखने वाली एक अमेरिकी निवेश कंपनी ऑस्ट्रेलिया के सामरिक रूप से अहम डार्विन पोर्ट को खरीदने की तैयारी में है। इस कदम से वर्तमान चीनी मालिक, जो चीन की कम्युनिस्ट पार्टी से जुड़े माने जाते हैं, को स्वामित्व गंवाना पड़ सकता है।

अमेरिका की यह प्राइवेट इक्विटी फर्म, जो ट्रंप प्रशासन की सहयोगी मानी जाती है, इस बंदरगाह को अधिग्रहण करने के लिए गंभीर प्रयास कर रही है। डार्विन पोर्ट को रणनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है क्योंकि यह ऑस्ट्रेलिया के उत्तरी छोर पर स्थित है और सुरक्षा व व्यापार के लिहाज़ से एक अहम केंद्र है।

प्रधानमंत्री एंथनी अल्बानीज़े ने स्पष्ट रूप से कहा है कि अगर डार्विन पोर्ट की बिक्री नहीं होती, तो सरकार इसके स्वामित्व को जब्त कर सकती है। उन्होंने यह भी संकेत दिया है कि राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज़ से यह कदम ज़रूरी हो गया है।

अमेरिका-चीन के बीच भू-राजनीतिक खींचतान

यह घटनाक्रम ऐसे समय पर सामने आया है जब अमेरिका और चीन के बीच व्यापार, सुरक्षा और तकनीकी मामलों में तनाव चरम पर है। ट्रंप प्रशासन के दौरान चीन के निवेशों पर पहले ही संदेह की नजर रखी जाती रही है, और यह प्रयास उसी नीति की एक कड़ी के रूप में देखा जा रहा है।

यूरोप के साथ टैरिफ विवाद में नरमी

इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यूरोपीय संघ पर प्रस्तावित 50 प्रतिशत टैरिफ को 9 जुलाई तक के लिए टाल दिया है। इसके बाद यूरोपीय बाजारों में मजबूती देखने को मिली है। ट्रंप ने पहले धमकी दी थी कि अगर वार्ता में प्रगति नहीं होती, तो 1 जून से भारी टैरिफ लगाए जाएंगे। इसके साथ ही उन्होंने स्मार्टफोन निर्माताओं को भी चेतावनी दी थी कि अगर वे अमेरिका में निर्माण नहीं करते हैं तो 25 प्रतिशत टैक्स झेलना पड़ेगा।

यह घटनाक्रम वैश्विक व्यापार और निवेश के लिहाज़ से महत्वपूर्ण माने जा रहे हैं और ऑस्ट्रेलिया की सुरक्षा नीति पर भी असर डाल सकते हैं।