वाशिंगटन, 24 मई (आईएएनएस) – ट्रंप प्रशासन ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी पर यहूदी छात्रों के खिलाफ भेदभाव को लेकर नागरिक अधिकार कानून का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। प्रशासन का कहना है कि विश्वविद्यालय ने यहूदी छात्रों के प्रति ‘जान-बूझकर उदासीनता’ दिखाते हुए उनके खिलाफ होने वाली नफरतपूर्ण घटनाओं की उचित जांच नहीं की। इसके तहत कक्षाओं में स्वस्तिक जैसे नफरत भरे चिन्हों का निर्माण भी शामिल है।
स्वास्थ्य एवं मानव सेवा विभाग के ऑफिस फॉर सिविल राइट्स ने गुरुवार को एक बयान जारी करते हुए बताया कि अक्टूबर 2023 से शुरू हुए 19 महीने के व्यापक जांच में यह पाया गया कि कोलंबिया विश्वविद्यालय में यहूदी छात्रों को एक शत्रुतापूर्ण माहौल का सामना करना पड़ा, जिससे उनकी शिक्षा, सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ा।
कार्यवाहक निदेशक एंथनी आर्केवाल ने कहा, “हम कोलंबिया विश्वविद्यालय से इस मामले को मिलकर हल करने के लिए आमंत्रित करते हैं।”
ट्रंप प्रशासन मार्च में कोलंबिया को दी जाने वाली 400 मिलियन डॉलर की फंडिंग रोक चुका है, यह कहते हुए कि विश्वविद्यालय परिसर में बढ़ती हो रही यहूदी विरोधी घटनाओं पर पर्याप्त कार्रवाई नहीं की गई।
इसी कड़ी में, होमलैंड सिक्योरिटी विभाग ने हार्वर्ड विश्वविद्यालय की SEVIS प्रणाली (विद्यार्थी और आदान-प्रदान छात्र सूचना प्रणाली) उपयोग की मंजूरी भी रद्द कर दी है। इससे वहां पढ़ रहे विदेशी छात्रों को या तो किसी अन्य कॉलेज में ट्रांसफर होना होगा या उनका छात्र वीजा खत्म हो जाएगा। अमेरिका में लगभग 780 भारतीय छात्र और शोधकर्ता हार्वर्ड विश्वविद्यालय में अध्ययनरत हैं।
हालांकि, मैसाचुसेट्स के एक न्यायाधीश ने ट्रंप प्रशासन के इस आदेश को अस्थायी रूप से रोक दिया है।