सिडनी, 3 जून 2025 —
आर्थिक सहयोग और विकास संगठन (OECD) और ऑस्ट्रेलिया के प्रमुख चार बैंकों के अर्थशास्त्रियों ने वर्ष 2025 की पहली तिमाही के लिए देश की आर्थिक वृद्धि दर को लेकर अपने पूर्वानुमानों में कटौती की है। आधिकारिक आंकड़े बुधवार को जारी होने वाले हैं, जिनसे पहले यह संशोधन सामने आया है।
बिग फोर बैंकों – कॉमनवेल्थ बैंक, वेस्टपैक, एनएबी और एएनजेड – के अर्थशास्त्रियों ने संकेत दिया है कि घरेलू मांग और उपभोग में सुस्ती, उच्च ब्याज दरें और वैश्विक अनिश्चितताओं ने तिमाही के विकास पर दबाव डाला है। पहले जहां 0.3 से 0.4 प्रतिशत की वृद्धि की उम्मीद की जा रही थी, अब इसे घटाकर 0.1 से 0.2 प्रतिशत तक आंका जा रहा है।
ओईसीडी ने भी वैश्विक आर्थिक आकलन के तहत ऑस्ट्रेलिया की वार्षिक वृद्धि दर को कम करके 1.6% किया है, जो पहले 1.9% मानी जा रही थी। संगठन ने चेताया कि ब्याज दरों में लंबे समय तक ऊँचाई और उपभोक्ता खर्च में गिरावट निकट भविष्य में अर्थव्यवस्था के लिए चुनौती बनी रह सकती है।
क्या है मुख्य वजहें?
महंगाई पर काबू पाने की कोशिश: रिजर्व बैंक द्वारा लगातार दरों को ऊँचा बनाए रखने से उधारी महंगी हुई है।
खपत में गिरावट: उपभोक्ताओं की क्रयशक्ति में कमी आई है, जिससे खुदरा बिक्री पर असर पड़ा है।
निर्यात में सुस्ती: चीन और अमेरिका जैसे प्रमुख व्यापारिक भागीदारों की मांग में नरमी आई है।
अर्थशास्त्रियों का मानना है कि यदि आने वाले महीनों में आर्थिक गतिविधियों में सुधार नहीं होता, तो वर्ष की शेष तिमाहियों में भी जीडीपी ग्रोथ दबाव में रह सकती है।
सरकार अब इन संभावित कमजोर आंकड़ों के प्रकाश में आगामी बजट रणनीतियों पर पुनर्विचार कर सकती है, खासतौर पर सामाजिक कल्याण और अधोसंरचना निवेश के क्षेत्रों में।
बुधवार को जारी होंगे ABS के आंकड़े
ऑस्ट्रेलियन ब्यूरो ऑफ स्टैटिस्टिक्स (ABS) बुधवार को मार्च तिमाही के जीडीपी आंकड़े जारी करेगा, जो इस संशोधित आर्थिक दृष्टिकोण की पुष्टि या खंडन करेगा।