न्यू साउथ वेल्स के मुख्यमंत्री क्रिस मिन्स खुद को एक दूरदर्शी नेता के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं—एक ऐसे नेता के रूप में जो सिडनी के भविष्य को नया आकार देने के लिए परंपरागत सीमाओं को तोड़ने को तैयार है। अपने हालिया बयानों में उन्होंने जिस आत्मविश्वास का परिचय दिया है, वह रेसिंग एनएसडब्ल्यू और ऑस्ट्रेलियन रग्बी लीग कमीशन के मुखिया पीटर व्लैंडिस के नेतृत्व की शैली की याद दिलाता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या व्लैंडिस वास्तव में एक आदर्श रोल मॉडल हैं, खासकर एक निर्वाचित जनप्रतिनिधि के लिए?
मिन्स ऐसे समय में बड़े बदलावों की बात कर रहे हैं, जब सिडनी जनसंख्या वृद्धि, आवास संकट और पर्यावरणीय चुनौतियों से जूझ रहा है। उनका मानना है कि अब हिचकिचाने का समय नहीं है—अब साहसी निर्णयों का समय है।
व्लैंडिस को ऑस्ट्रेलियाई खेल और व्यावसायिक दुनिया में एक ऐसे फैसले लेने वाले नेता के रूप में जाना जाता है जो परंपराओं की परवाह किए बिना नतीजे लाने पर विश्वास रखते हैं। उन्होंने महामारी के दौर में भी एनआरएल और रेसिंग इंडस्ट्री को तेजी से सक्रिय रखा। वे विवादों से डरते नहीं, बल्कि अक्सर उसी में खुद को साबित करते हैं।
लेकिन सरकार चलाना खेल नहीं है, और राजनीति किसी निजी कंपनी का काम नहीं।
जहां व्लैंडिस त्वरित परिणाम और निजी राजस्व की बात करते हैं, वहीं मिन्स को दीर्घकालिक प्रभाव, सार्वजनिक पारदर्शिता और सामाजिक न्याय का ख्याल रखना होता है। टैक्सपेयर्स के पैसे और पर्यावरणीय प्रभावों से जुड़े मसलों में जल्दबाज़ी की कोई जगह नहीं है।
उदाहरण के तौर पर देखें तो रेज़हिल रेसकोर्स को बेचकर हाउसिंग प्रोजेक्ट बनाने की योजना पर भारी विवाद हुआ। यह विवाद केवल विरासत को बचाने को लेकर नहीं था, बल्कि प्रक्रिया की पारदर्शिता, नियोजन की गंभीरता और सार्वजनिक भरोसे से जुड़ा था।
यदि मिन्स वास्तव में व्लैंडिस जैसा “करने की हिम्मत” दिखाना चाहते हैं, तो उन्हें यह भी समझना होगा कि बिना सलाह-मशविरा और तैयारी के लिए गए फैसलों का असर कितना गहरा हो सकता है।
बोल्डनेस अच्छी बात है, लेकिन वह तभी सार्थक है जब उसमें लोकहित की भावना हो।
मिन्स के पास यह मौका है कि वे केवल किसी और की नकल करके नहीं, बल्कि अपने तरीके से जनता के हित में बड़ा बदलाव लाएं—परामर्श, पारदर्शिता और न्याय की भावना के साथ। सिडनी को ऐसे ही नेतृत्व की जरूरत है।