कैनबरा, 16 जून 2025
ऑस्ट्रेलिया के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री रिचर्ड मार्ल्स ने 'द ऑस्ट्रेलियन' द्वारा आयोजित 'Defending Australia' शिखर सम्मेलन में देश की सैन्य नीतियों का बचाव करते हुए कहा कि सरकार रक्षा बजट की राशि पर नहीं, बल्कि जरूरत के सैन्य उपकरणों पर ध्यान केंद्रित कर रही है।
मार्ल्स ने चेतावनी दी कि ऑस्ट्रेलिया को अपने समुद्री व्यापार मार्गों को लेकर ‘रणनीतिक जोखिम’ का सामना करना पड़ सकता है, विशेष रूप से जब वैश्विक हालात—जैसे कि मध्य पूर्व में बढ़ता तनाव—अस्थिरता पैदा कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, “हमारी प्राथमिकता यह तय करना है कि हमें क्या चाहिए, कितनी कीमत खर्च करनी है यह उसके बाद आता है। हम एक गंभीर वैश्विक मोड़ पर हैं और हमारा ध्यान Indo-Pacific क्षेत्र की सुरक्षा पर केंद्रित है।”
रक्षा मंत्री ने यह भी स्पष्ट किया कि आने वाले वर्षों में ऑस्ट्रेलिया की रक्षा तैयारियों को मजबूत करने के लिए उन्नत पनडुब्बियों, लड़ाकू विमानों और साइबर डिफेंस सिस्टम जैसे आधुनिक उपकरणों की खरीद की जाएगी।
मार्ल्स के अनुसार, वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और समुद्री व्यापार मार्गों की सुरक्षा को लेकर ऑस्ट्रेलिया को सजग रहना होगा, क्योंकि ये मार्ग देश की आर्थिक स्थिरता के लिए बेहद महत्वपूर्ण हैं।
यह बयान ऐसे समय आया है जब इज़राइल और ईरान के बीच बढ़ते युद्ध ने अंतरराष्ट्रीय ऊर्जा बाजार और नौवहन मार्गों पर गंभीर प्रभाव डाला है। ऑस्ट्रेलिया इस क्षेत्र में अपने हितों की रक्षा के लिए नई रणनीति पर काम कर रहा है।
मार्ल्स के वक्तव्य से साफ है कि ऑस्ट्रेलिया अब केवल रक्षा खर्च की राशि नहीं, बल्कि उसकी रणनीतिक उपयोगिता को प्राथमिकता दे रहा है – और इसके केंद्र में है वैश्विक संकटों से निपटने की तैयारियां।