इस्लामिक उपदेशक पर यहूदी समुदाय को 'अपमानित' करने का आरोप: ऑस्ट्रेलियाई संघीय अदालत में सुनवाई

इस्लामिक उपदेशक पर यहूदी समुदाय को 'अपमानित' करने का आरोप: ऑस्ट्रेलियाई संघीय अदालत में सुनवाई

सिडनी, 10 जून 2025 – इस्लामिक उपदेशक विस्सम हद्दाद (Wissam Haddad) पर यहूदी समुदाय को ‘अमानवीय’ और ‘अपमानजनक’ ढंग से संबोधित करने का गंभीर आरोप लगाया गया है। यह मामला ऑस्ट्रेलिया की संघीय अदालत में मंगलवार को सुनवाई के लिए पेश हुआ।

हद्दाद पर आरोप है कि उन्होंने सिडनी के बैंक्सटाउन स्थित अपनी मस्जिद में दिए गए उपदेशों के दौरान यहूदी समुदाय के खिलाफ आपत्तिजनक और कथित रूप से यहूदी-विरोधी (Antisemitic) भाषा का प्रयोग किया। उनके इन भाषणों को लेकर न्यू साउथ वेल्स के यहूदी समुदाय के कुछ सदस्यों ने अदालत का रुख किया है, जिन्होंने उन्हें मानहानिकारक और समुदाय के लिए खतरनाक बताया।

अदालत में सुनवाई के दौरान वादी पक्ष ने कहा कि हद्दाद के भाषणों ने यहूदी समुदाय की गरिमा को ठेस पहुंचाई और सामाजिक नफरत को बढ़ावा देने की कोशिश की गई। इन भाषणों में यह दावा किया गया कि यहूदी लोग मानवता के खिलाफ कार्य करते हैं, जो ऑस्ट्रेलियाई नीतियों और बहुसांस्कृतिक मूल्यों के खिलाफ जाता है।

वहीं, हद्दाद के वकीलों ने दलील दी कि उनके भाषण धार्मिक शिक्षाओं और राजनैतिक मतों पर आधारित थे, न कि घृणा फैलाने के इरादे से। उन्होंने दावा किया कि उपदेशों को संदर्भ से काटकर प्रस्तुत किया गया है।

अदालत इस बात की जांच कर रही है कि क्या इन बयानों ने ऑस्ट्रेलिया के नस्लीय भेदभाव विरोधी कानूनों का उल्लंघन किया है और क्या इससे समुदायों के बीच द्वेष को बढ़ावा मिला है।

यह मामला न केवल धार्मिक स्वतंत्रता और अभिव्यक्ति की सीमा पर रोशनी डालता है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि बहुसांस्कृतिक समाज में संवेदनशील मुद्दों को कैसे संतुलित किया जाए। अदालत में सुनवाई जारी है और अगली सुनवाई की तारीख जल्द घोषित की जाएगी।