लंदन/कैनबरा: ब्रिटेन के सम्राट किंग चार्ल्स तृतीय ने ऑस्ट्रेलिया के पूर्व प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन को 2025 के किंग्स बर्थडे ऑनर्स में ऑर्डर ऑफ ऑस्ट्रेलिया (AC) से सम्मानित किया है — जो देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान माना जाता है।
इस सम्मान की घोषणा के बाद देशभर में तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिली हैं। कई नागरिकों और राजनीतिक विश्लेषकों ने इस फैसले को “हर ऑस्ट्रेलियाई का अपमान” तक करार दिया। फिर भी सरकार और राजशाही से जुड़े सूत्रों का कहना है कि यह सम्मान मॉरिसन के कोविड-19 महामारी के दौरान संकट प्रबंधन और हजारों जानें बचाने के प्रयासों के लिए दिया गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री को यह सम्मान उनके “नेतृत्व, सेवा और राष्ट्रीय संकट में निर्णायक भूमिका” के लिए दिया गया है। 2020-21 में जब ऑस्ट्रेलिया कोविड महामारी की चपेट में आया, तब मॉरिसन सरकार ने कई सख्त लेकिन जरूरी फैसले लिए — जैसे सीमाओं की बंदी, वैक्सीनेशन प्रोग्राम में तेजी, और JobKeeper जैसी आर्थिक सहायता योजनाएं।
सरकार का तर्क है कि इन पहलों ने हजारों ऑस्ट्रेलियाई नागरिकों की जानें बचाईं और आर्थिक तंत्र को स्थिर बनाए रखा।
हालांकि, आलोचकों का कहना है कि मॉरिसन का कार्यकाल कई विवादों से घिरा रहा — जिनमें लॉकडाउन नीति की आलोचना, गुप्त मंत्रालय नियुक्तियों की प्रक्रिया और आपदा प्रबंधन की विफलताएं शामिल हैं। विपक्षी दलों और कुछ नागरिक समूहों ने इस सम्मान को निरस्त करने की मांग तक कर डाली है।
एक आलोचक ने कहा, “यह सम्मान देना उन लोगों के साथ अन्याय है जिन्होंने महामारी के दौरान अपनों को खोया।”
गौरतलब है कि जब किंग चार्ल्स प्रिंस चार्ल्स थे, तब उनकी और स्कॉट मॉरिसन की कई आधिकारिक मुलाकातें हो चुकी थीं — विशेष रूप से जलवायु परिवर्तन और राष्ट्रमंडल देशों के सहयोग के मुद्दों पर।
हालांकि यह सम्मान विवादों में घिरा हुआ है, लेकिन आधिकारिक स्तर पर इसे “राजकीय स्वीकृति के साथ दी गई वैध मान्यता” बताया गया है। अब यह देखना बाकी है कि आने वाले दिनों में इस पर राजनीतिक और जन प्रतिक्रिया कैसी रहती है।