दक्षिणी यूरोप के कई प्रसिद्ध पर्यटक स्थलों पर स्थानीय लोग ‘टूरिस्टिफिकेशन’ के खिलाफ एकजुट हो गए हैं और उन्होंने हवाई अड्डों, टूर बसों और प्रमुख आकर्षण स्थलों पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन की योजना बनाई है। यह विरोध ‘सदर्न यूरोप नेटवर्क अगेंस्ट टूरिस्टिफिकेशन’ नामक एक गठबंधन द्वारा आयोजित किया गया है, जिसकी बैठक अप्रैल में बार्सिलोना में हुई थी।
विरोध प्रदर्शन का उद्देश्य पर्यटकों पर हमला करना नहीं, बल्कि यह बताना है कि किस प्रकार अंधाधुंध पर्यटन से स्थानीय निवासियों का जीवन प्रभावित हो रहा है। स्थानीय लोगों का कहना है कि बढ़ते किराये, पर्यावरणीय संकट और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ ने उनके रहन-सहन पर गंभीर प्रभाव डाला है।
लिस्बन के एक आयोजक ने बताया, “यह किसी व्यक्ति से नफरत करने का मामला नहीं है, बल्कि अपने समुदायों को बचाने की कोशिश है।”
स्पेन के मेजोर्का द्वीप पर इस दिन अब तक का सबसे बड़ा विरोध प्रदर्शन होने की संभावना है, जिसमें 60 से अधिक समूह हिस्सा लेंगे। उनका नारा है – "एक गरिमापूर्ण जीवन का अधिकार; टूरिस्टिफिकेशन बंद करो"।
बार्सिलोना जैसे शहरों में, हाल ही में पर्यटक बसों पर जल-तोप चलाकर सांकेतिक विरोध किया गया है, जो आने वाले बड़े प्रदर्शन की एक झलक मात्र है।
यूरोप की यात्रा की योजना बना रहे ऑस्ट्रेलियाई और अन्य विदेशी पर्यटकों को सलाह दी गई है कि वे 15 जून को विशेष सतर्कता बरतें और स्थानीय संवेदनशीलता का सम्मान करें।